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Significance of Navratri and Why do People Celebrate Navratri ?

Significance of Navratri Navratri in Sanskrit literally means “nine nights”, nav meaning nine and ratri meaning nights. Know the significance of navratri its nine days , important legends behind  six days observed as Mahalaya, Shashthi, Maha Saptami, Maha Ashtami, Maha Nabami and Vijayadashami. Navaratri is the most important festival of…

Kuldevi Katha Mahatmya

KULADEVI  KATHA MAHATMYA (Professor Ramkumar Dadhich  Ph.d,) Article by – Dr Chaman Lal Raina Today,  the 27th August,2016, I happened to visit the residence of Dr. Ramkumar Dadhich in connection with his book Kuladevi Katha Mahatmya authored by him published by Hansa Prakashan Jaipur and Kuladevi Parivar Sikar in the year…

The Significance of Navreh

The Significance of Navreh (A Shakta Interpretation) by Dr C. L. Raina   Kashmiri Pandits celebrate their New Year’s Day, Navreh, on Chaitra Shukla Pratipada or the first day of the bright fortnight of the month of Chaitra. The word ‘Navreh’ is derived from Sanskrit ‘Nava Varsha’ meaning the New…

ये नहाते हैं खौलती हुई खीर से, विज्ञान के नियम भी धराशायी

पिछले  लेख में हमने आपको बताया था दिल्ली में गणेश रेस्टोरेंट के प्रेमसिंह के बारे में जो खौलते हुए तेल में हाथ डालते हैं।  आज हम आपको एक ऐसे पुजारी के बारे में बता रहे हैं जो खौलती हुई गर्मागर्म खीर से नहाते हैं।  जी हाँ, गर्म दूध जो हमारी…

ये खौलते हुए तेल में डालते हैं हाथ, विज्ञान ने भी मानी हार

हमारी त्वचा पर अगर थोड़ा सा भी गर्म तेल गिर जाये तो त्वचा जलती तो है ही साथ में असहनीय जलन भी होती है।  ऐसे में अगर कोई खौलते हुए तेल के कड़ाहे में अपना हाथ डालकर ना सिर्फ तले हुए पकौड़े निकाले बल्कि पानी की तरह तेल को अपने…

रहस्यमयी काल भैरव मंदिर – जहां भगवान काल भैरव करते है मदिरा पान

 हमारे भारतवर्ष में  में अनेक ऐसे मंदिर है जिनके रहस्य आज तक रहस्य ही बने हुए हैं।  आज हम आपको बता रहे है महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर के बारे में। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहाँ पर भगवान काल भैरव साक्षात रूप में मदिरा पान…

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यहां रखा है भगवान गणेश का कटा हुआ सिर: पाताल भुवनेश्वर की गुफा

भगवान शिव द्वारा गणेशजी का मस्तक कटे जाने और फिर हाथी का मस्तक लगाने की कथा तो सभी जानते हैं पर क्या आप जानते हैं कि हाथी का मस्तक लगने के बाद गणेशजी के पहले मस्तक का क्या हुआ। यह लेख इसी सवाल का जवाब है। उत्तराखंड के पिथौला में…

महाभारत युद्ध में पांडवों को जिताने के लिए श्रीकृष्ण ने किये थे ये छल

महाभारत का युद्ध अधर्म के विरुद्ध किया गया धर्म युद्ध था।  इस धर्मयुद्ध में कौरवों ने नाना प्रकार के छल, कपट, धोखे, और अधर्म का सहारा लेकर पांडवों को आघात पहुंचाया। इस पर परम कूटनीतिज्ञ श्रीकृष्ण ने पांडवों की विजयश्री के लिए कूटनीति का मार्ग अपनाया और उन्हें विजय दिलाई।…

Why Mahabharat war was fought in Kurukshetra जानिये कुरुक्षेत्र में ही क्यों लड़ा गया महाभारत का युद्ध

क्या आप जानते हैं कि महाभारत के महासमर के लिए कुरुक्षेत्र को ही क्यों चुना गया ? …पहले जानते हैं कि उस क्षेत्र को कुरुक्षेत्र क्यों कहते हैं – महाभारत के अनुसार जिस भूमि को भारतवंशी राजा कुरु ने बार-बार जोता वह भूमि कुरुक्षेत्र कहलाई। जब वह  की जुताई कर रहे…

Pregnant Father’s Son: Mandhata पिता के गर्भ से जन्म लिया था इस चक्रवर्ती सम्राट ने

आज के विज्ञान प्रधान समय में कई केस ऐसे सामने आते हैं जिनमें एक पुरुष गर्भधारण कर अपने बच्चे को जन्म देता है। इस युग में भी ऐसी घटनायें हमें आश्चर्यचकित कर देती हैं।  लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज से हजारों साल पहले भगवान राम से भी पहले…