हमारी त्वचा पर अगर थोड़ा सा भी गर्म तेल गिर जाये तो त्वचा जलती तो है ही साथ में असहनीय जलन भी होती है। ऐसे में अगर कोई खौलते हुए तेल के कड़ाहे में अपना हाथ डालकर ना सिर्फ तले हुए पकौड़े निकाले बल्कि पानी की तरह तेल को अपने हाथ में ले तो क्या कहेंगे आप ? विश्वास नहीं होता ना… लेकिन यह सच है। दिल वालों की दिल्ली में ऐसे जिगरबाज हैं गणेश रेस्टोरेंट के मालिक प्रेम सिंह। लेकिन ये सिर्फ जिगरबाजी नहीं है क्योंकि इस कारनामे में उनके हाथ में हल्का सा भी जलने का निशान नहीं होता। और यकीन मानिये इसमें ना तो कोई आँखों का धोखा है न कोई कैमिकल ट्रिक। और इसे त्वचा विशेषज्ञों आदि के द्वारा जांचा भी जा चुका है। इसे तो हम एक चमत्कार ही कहेंगे।
आइये आपको बताते हैं प्रेमसिंह के बारे में। वे यह कारनामा पिछले 25 वर्षों से कर रहे हैं। इससे पहले उनके पिता भी ऐसा करते थे। इस रेस्टोरेंट में हर समय यह अनोखा कारनामा देखने वालों की भीड़ लगी रहती है। पकौड़े तलने से पहले वे साफ पानी से अच्छी तरह अपने हाथ धोते हैं उसके बाद बेसन का घोल हाथों में लेके खौलते हुए कड़ाहे में डालते हैं और हाथों से ही पकौड़े बाहर निकालते हैं। आश्चर्य तब होता है जब वो अपनी अंगुलियां उस तेल में घुमाते हैं और तेल को अपने हाथों में भर भी लेते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारी त्वचा 45 डिग्री के तापमान पे जलना शुरू हो जाती है और 60 डिग्री पे त्वचा को काफी नुकसान पहुँच जाता है। 80 डिग्री तक तो त्वचा झुलस कर नष्ट हो जाती है। ऐसे में इस तेल का तापमान 100 नहीं 150 नहीं बल्कि 170 डिग्री से भी ज्यादा होता है।
वे ऐसा कैसे कर पाते हैं यह विज्ञानं के लिए शोध का विषय हो सकता है लेकिन हम आपको कहना चाहेंगे कि आप यह घर पर करने की कोशिश भी मत करना वरना बेसन का पकौड़ा निकालने की बजाय आपका हाथ पकौड़ा बनकर बाहर निकलेगा।
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