Samode Rajasthan:
सामोद चौमू से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सामोद में शीश महल तथा सुलतान महल दर्शनीय है। शीश महल में कांच का बहुत ही सुन्दर काम है। सुलतान महल में प्रणय तथा शिकार के दृश्यों का अच्छा चित्रांकन किया गया है। अब यहां हेरिटेज होटल खुल गया है। गाँव के चारों तरफ परकोटा है जिसमें दो प्रवेश द्वार है।यहां पास ही पहाड़ी पर हनुमानजी का प्राचीन मंदिर है जिसमें वि. सं. 1101 का शिलालेख लगा है। इसके पास ही भगवान विष्णु का भी एक मंदिर है जिसका विग्रह औरंगजेब ने खंडित कर दिया था। यहां स्थित शिवलिंग की एक विशेषता है कि यह आश्चर्यजनक रूप से 6 माह उत्तरायण तथा 6 माह झुका हुआ रहता है। यहां पहाड़ियों में स्थित मालेश्वर नाथ महादेव के मंदिर में श्रावण तथा भाद्रपद में विशाल मेले का आयोजन होता है। यहां भगवान शिव पर हजारों मटके जल चढ़ाया जाता है किन्तु कितना भी जल चढ़ाये जाने पर भी चमत्कारी जलहरी नहीं भरती है। कितना भी जल चढाने पर इस जलहरी का स्टार उतना ही बना रहता है। यहां तीन कुण्ड बने हुए हैं। एक कुण्ड भगवान शिव के जल चढाने का है, दूसरा परुषों के स्नान करने के लिए है तथा तीसरा कुण्ड महिलाओं के स्नान करने के लिए है। मंदिर के सामने एक नदी है जिसका नाम कन्या नदी है।